
E0 A4 A6 E0 A5 87 E0 A4 96 E0 A4 Bf E0 A4 95 E0 A5 87 E0 A4 Ae E0 A4 Wikisource मीरा बाई के भजन १ भु कब रे मलोगे भु जी तुम दशन बन मोय घड़ी चैन नह आवड़े॥टे क॥ अ नह भावे न द न आवे वरह सतावे मोय। घायल यूं घूमूं खड़ी रे हारो दद न जाने कोय. बन र बन र . . . म&ग t क बल स सख त : भ & ग गन , पन क मछल स सख धमf क कहत मर जन ॥ बन र बन र तर हर भ जत स क&छ न कम। ज ककस क कम आय , ज़जसन रत क ह सय , उसक कशत त.

E0 A4 A4 E0 A5 82 E0 A4 9c E0 A4 Bf E0 A4 B8 E0 A4 A6 E0 A4 Bf E0 A4 ॐ शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्णं शुभाङ्गम् । लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यान. भजन a bhajan or kirtan is a hindu devotional song, often of ancient origin. great importance is attributed to the singing of bhajans with bhakti, i.e. loving devotion. "rasanam lakshanam bhajanam" means the act by which we feel more closer to our inner self or. सर्वश्रेष्ठ भजन लिरिक्स वेबसाइट 'भजन डायरी' पर आपका हार्दिक अभिनन्दन है। आप यहाँ पर सभी प्रकार के भजनों के हिंदी लिरिक्स और. इस पेज पर आपको top 10 shri ram bhajan lyrics, टॉप 10 श्रीराम भजन की लिस्ट, लिरिक्स और वीडियो उपलब्ध कराया जा रहा है। यदि आप रामायण (रामानंद सागर कृत) के समस्त भजन देखना चाहते है तो रामायण भजन लिरिक्स केटेगरी पर देखे। इस पोस्ट के अंत में मेरी पसंद के कुछ विशेष श्री राम जी के भजनों की लिस्ट भी आपको मिलेगी। आइये देखते है –. 1.

Rohit Sharma And Shubman Gill Raced To A 100 Run Stand Inside 14 Overs सर्वश्रेष्ठ भजन लिरिक्स वेबसाइट 'भजन डायरी' पर आपका हार्दिक अभिनन्दन है। आप यहाँ पर सभी प्रकार के भजनों के हिंदी लिरिक्स और. इस पेज पर आपको top 10 shri ram bhajan lyrics, टॉप 10 श्रीराम भजन की लिस्ट, लिरिक्स और वीडियो उपलब्ध कराया जा रहा है। यदि आप रामायण (रामानंद सागर कृत) के समस्त भजन देखना चाहते है तो रामायण भजन लिरिक्स केटेगरी पर देखे। इस पोस्ट के अंत में मेरी पसंद के कुछ विशेष श्री राम जी के भजनों की लिस्ट भी आपको मिलेगी। आइये देखते है –. 1. सत्संग भजन लिरिक्स: उठ जाग मुसाफिर भोर भई लिरिक्स, मनुष जनम अनमोल रे मिट्टी में ना रोल रे लिरिक्स, कर मन पे अधिकार ले तेरा हो गया भजन. भजन बिन जीवन कैसा यार । धन द्रव्य तेरे काम न आवे, राज पाट दरबार । काम न आवे झूंठी माया, झूंठो है संसार ।। ध्रुव भज पाई अचला पदवी, गज भज. श्री रामचंद्र जी के भजन बिना जो मोक्ष पद चाहता है, वह मनुष्य ज्ञानवान होने पर भी बिना पूँछ और सींग का पशु है॥ 78 (क)॥. ह नथ दय कर क, मझक न भल दन॥ अब तक त ननभय ह . . . तम दव म8 प जर त म इष म8 उपस क, चर म7 पड़ तर ह नथ ननभ लन॥ अब तक त ननभय ह . . . तमहर क@प स हमन मनष जनम ह पय , जब प.