
E0 A4 A6 E0 A5 87 E0 A4 96 E0 A4 Bf E0 A4 95 E0 A5 87 E0 A4 Ae E0 A4 न च मां तानि कर्माणि निबध्नन्ति धनञ्जय । उदासीनवदासीनमसक्तं तेषु कर्मसु ॥ 9 ॥ मयाध्यक्षेण प्रकृतिः सूयते सचराचरम् ।. बहिरंतश्च भूतानामचरं चरमेव च । सूक्ष्मत्वात्तदविज्ञेयं दूरस्थं चांतिके च तत् ॥ 15 ॥ अविभक्तं च भूतेषु विभक्तमिव च स्थितम् ।.

E0 A4 A4 E0 A5 82 E0 A4 9c E0 A4 Bf E0 A4 B8 E0 A4 A6 E0 A4 Bf E0 A4 चप ु करा दया, उनक इ छा शि त पर काबू कया, बना एक भी श द बोले उ ह वह करने का आदे श दया जो वह चाहता था। व ृ ध मण मौन हो गए, उ नक आँख न तेज और इ छा शि त. Commentary: इस पूरे अध्याय में भक्ति मार्ग का अनुसरण करने पर बल देते हुए श्रीकृष्ण अर्जुन से उनका भक्त बनने के अनुनय विनय के साथ इसका समापन. इ या द ु त माण, यु और उदाहरण से जीव क एकता स होती है । ा मभाव स व तु होने पर भी त वम स अहं ा म इ या द ु त अ त र माण से अनवगत होने के कारण घटा द के. 1 [स] ततस ते परययुः सर्वे निवासाय महीक्षितः शङ्खान परध्मापयन्तॊ वै हृष्टाः परिघबाहवः.

Karnataka Elections Can Bajrang Bali Save Bjp In Karnataka इ या द ु त माण, यु और उदाहरण से जीव क एकता स होती है । ा मभाव स व तु होने पर भी त वम स अहं ा म इ या द ु त अ त र माण से अनवगत होने के कारण घटा द के. 1 [स] ततस ते परययुः सर्वे निवासाय महीक्षितः शङ्खान परध्मापयन्तॊ वै हृष्टाः परिघबाहवः. 2 8 ि ह दी अनवु ा द स न ् दो ह जा र ए क के स ा ल (26 जनव र ी 2001 ई०) गण ततर् ि दव स प व प र जब स ा र ा भा र त देश ना च ने गा ने और ब जा ने. कपोतः च कपोती च प्रजापोषे सदा उत्सुकौ । गतौ पोषणं आदाय स्वनीडं उपजग्मतुः ॥ 64॥ कपोती स्वात्मजान् वीक्ष्य बालकान् जालसंवृतान् ।. आप वय भू ह। भगवान्के इस तेजोमय च से मेरी र ा क जये’ ।।५२।। ाजीने कहा—‘जब मेरी दो पराधक आयु समा त होगी और काल व प भगवान् अपनी यह सृ लीला. छ द का मह व छः वेदा म छ द का मह वपूण थान है “छ दःपादौ तु वेद य” छ द वेदा को वेद का पाद कहा गया है। जस कार पैर के बना मनु य चलने म असमथ होता है.

Rohit Sharma And Shubman Gill Raced To A 100 Run Stand Inside 14 Overs 2 8 ि ह दी अनवु ा द स न ् दो ह जा र ए क के स ा ल (26 जनव र ी 2001 ई०) गण ततर् ि दव स प व प र जब स ा र ा भा र त देश ना च ने गा ने और ब जा ने. कपोतः च कपोती च प्रजापोषे सदा उत्सुकौ । गतौ पोषणं आदाय स्वनीडं उपजग्मतुः ॥ 64॥ कपोती स्वात्मजान् वीक्ष्य बालकान् जालसंवृतान् ।. आप वय भू ह। भगवान्के इस तेजोमय च से मेरी र ा क जये’ ।।५२।। ाजीने कहा—‘जब मेरी दो पराधक आयु समा त होगी और काल व प भगवान् अपनी यह सृ लीला. छ द का मह व छः वेदा म छ द का मह वपूण थान है “छ दःपादौ तु वेद य” छ द वेदा को वेद का पाद कहा गया है। जस कार पैर के बना मनु य चलने म असमथ होता है.

Hp Mukhyamantri Vidyarthi Protsahan Yojana 2025 Education Loan 1 आप वय भू ह। भगवान्के इस तेजोमय च से मेरी र ा क जये’ ।।५२।। ाजीने कहा—‘जब मेरी दो पराधक आयु समा त होगी और काल व प भगवान् अपनी यह सृ लीला. छ द का मह व छः वेदा म छ द का मह वपूण थान है “छ दःपादौ तु वेद य” छ द वेदा को वेद का पाद कहा गया है। जस कार पैर के बना मनु य चलने म असमथ होता है.